अपने डेढ़ साल से लेकर दो साल तक के बच्चे को प्ले स्कूल में भेजना ज्यादातर माता-पिता और बच्चे दोनों के लिए काफी भावुक होता है। एक तरफ जहां अभिभावक खासकर मां बच्चे को खुद से दूर रखने के लिए भावुक हो रही होती है, वहीं दूसरी तरफ बच्चा भी माता-पिता से दूर खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। ऐसे में कैसे जानें कि आपका बच्चा प्ले स्कूल जाने के लिए तैयार है भी या नहीं।
प्ले स्कूल भले सभी बच्चों के लिए शैक्षिक तौर पर अनिवार्य न हो लेकिन बच्चों में विभिन्न प्रकार के कौशल को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव जरूर है। हो सकता है कि इससे संबंधित आपने पूरी तैयारी कर ली हो। बच्चे के लिए बढ़िया प्ले स्कूल ढूंढ़ने से लेकर उनके लिए यातायात और भोजन की व्यवस्था करना तक। पर क्या आपने यह जानने की कोशिश कि है कि आपका बच्चा प्ले स्कूल के लिए तैयार है भी या नहीं?
अगर नहीं तो आप इन संकेतों का ध्यान रखें जो आपको बताएंगे कि आपके बच्चे प्ले स्कूल के लिए तैयार हैं या अभी उन्हें कुछ और वक्त लग सकता है। How to know if your child is ready for preschool?
कैसे जानें आपका बच्चा प्ले स्कूल के लिए है तैयार
1. बच्चा आपसे दूर कुछ वक्त अकेला रह सकता है
आमतौर पर बच्चों को प्ले स्कूल के नाम पर डर इसीलिए लगता है क्योंकि वे अपने मात-पिता या अपने परिचित व्यक्तियों के बिना खुद को असुरक्षित पाते हैं। पर अगर आपका बच्चा आपके रिश्तेदारों या फिर घर पर ही अन्य लोगों के साथ अकेला रूक जाता है तो यह एक संकेत है कि वह खुद को बड़े आराम से नए माहौल के हिसाब से बदल लेता है और अब आप अपने छोटे बच्चे को प्ले स्कूल में दाखिला दिला सकते हैं।
2. बच्चा आस-पास के बच्चों या फिर लोगों के साथ घुलने-मिलने लगता है
कई बार ऐसा होता है कि जैसे कि कोई अंजान व्यक्ति बच्चे को हंस कर देखता है तो वह तुरंत अपना मुंह मोड़ लेता है या आपको पकड़ने की कोशिश करता है। वहीं कुछ बच्चे दूसरों को देखते ही उनकी और लपक लेते हैं। अगर आपका बच्चा भी आस-पड़ोस के बच्चों को देख उनके साथ खेलने के लिए बाहर की तरफ दौड़ता है तो यह एक अच्छा संकेत है।
इससे समझा जा सकता है कि आपके बच्चे को अंजान लोगों के साथ घुलने-मिलने में कोई परेशानी नहीं है और इस वजह से उसमें आपसे दूर होने की बेचैनी भी कम होगी, जो अक्सर पहली बार प्ले स्कूल जाने वाले बच्चों में देखी जाती है।
3. नई जगह पर भी वह परेशान नहीं रहता
छोटे बच्चे अपने ही परिचित स्थान पर खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। पर अगर आप उनकी पसंदीदा जगह जैसे कि मॉल या किड्स प्ले एरिया के अलावा कहीं जाते हैं और बच्चे को वहां रूकने में या खुद को उस माहौल में ढालने में वक्त नहीं लगता तो आप समझ सकते हैं कि बच्चा अब प्ले स्कूल जा सकता है, क्योंकि वहां वह खुद को अकेला नहीं पाएगा बल्कि वहां के माहौल में वह काफी कुछ नया सीख सकता है।
4. क्या आपके बच्चे की पॉटी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है
अगर आपका बच्चा बाथरूम इस्तेमाल करने के बारे में आपको बता देता है या फिर खुद से बाथरूम का इस्तेमाल करने लगा है तो यह आप समझ सकते हैं कि यह सही वक्त है अपने बच्चे को प्ले स्कूल भेजने का। आप देखेंगे कि अधिकतर बच्चे 2 से ढाई साल तक की उम्र के होते-होते पॉटी ट्रेनिंग के लिए तैयार हो जाते हैं और प्ले स्कूल में डालने के लिए बच्चों की आयु 2 साल से ढाई साल तक होना सही है।
5. आपका बच्चा संदेशों को समझता है
बच्चे का सिर्फ मम्मी-पापा या ऐसे कुछ शब्द बोलना ही प्ले स्कूल जाने की योग्यता नहीं है। बल्कि आपको यह देखना चाहिए कि क्या बच्चा आपके द्वारा दिए गए संदेशों को समझता है और उस पर प्रतिक्रिया देता है या नहीं। प्ले स्कूल में बच्चों को हर रोज कुछ नया सीखने को मिलता है। लेकिन उसके लिए बहुत जरूरी है कि बच्चा कुछ मुख्य आवाजों या संदेशों को सुनता और समझता हो। इसीलिए जब आप देखें कि आपको बच्चा आपके कुछ सामान्य प्रश्नों के उत्तर दे रहा हो और आपके द्वारा बताए गए कामों को कर रहा हो तो आप उसे प्ले स्कूल भेजने की पहल कर सकते हैं।
क्योंकि प्ले स्कूल जाने के वक्त न सिर्फ टीचर की बात को समझना बल्कि बच्चे को कई बार अपनी जरूरतों को व्यक्त करने की भी जरूरत होती है। ऐसे में संवाद में कमी बच्चे को प्ले स्कूल से विमुख कर सकती है, क्योंकि वे अपनी समस्याएं बता नहीं पाएगा और टीचर की बात को समझ नहीं पाएगा।
6. क्या बच्चा प्ले स्कूल जाने के नाम पर परेशान तो नहीं होता
अक्सर हम माता-पिता अपने बच्चे को किसी भी नई चीज से रू-ब-रू कराने के लिए उसके बारे में बातचीत करते हैं। उम्मीद है कि ऐसा ही आप भी कर रहे होंगे। ऐसे में आपको ध्यान रखना चाहिए कि प्ले स्कूल का जिक्र आने पर आपके बच्चे का क्या बर्ताव होता है। क्या वह परेशान होता है या वह अधिक उत्साह दिखाता हुआ आपकी बात को ध्यान से सुनता है। अगर वह परेशान होता है या आपकी बात को बीच में काटते हुए कोई अन्य बात करता है तो यह संकेत है कि बच्चा अभी प्ले स्कूल जाने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है।
बच्चे को प्ले स्कूल में प्रवेश दिलाने से पहले आपको बच्चे की मानसिकता पर काम करना होगा। आपको बच्चे को मानसिक और भावनात्मक तौर पर भी तैयार करना होगा, ताकि वह प्ले स्कूल में जाने पर परेशान न हो।
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